अधमाः धनमिच्छन्ति धनं मानं च मध्यमाः !
उत्तमाः मानमिच्छन्ति मानो हि महताम् धनम् !!
भावार्थ:- निम्न(छोटे) कोटि के लोग सिर्फ धन की इच्छा रखते हैं, मध्यम कोटि का व्यक्ति धन और सम्मान दोनों की इच्छा रखता है, वहीँ एक उच्च कोटि के व्यक्ति के लिए सिर्फ सम्मान ही मायने रखता है, सम्मान धन से अधिक मूल्यवान है| इसी सम्मान को ध्यान में रखते हुए “1 अक्टूबर अंतरराष्ट्रीय वृद्धजन दिवस” के उपलक्ष्य में “वृद्धजन सम्मान समारोह” का आयोजन किया गया। युथ रूरल ट्रस्ट द्वारा आयोजित कार्यक्रम का उद्धघाटन महवा के पूर्व प्रधान राजेन्द्र जी मीना व मंत्री रामस्वरूप मीना द्वारा किया गया। कार्यक्रम की शुरुवात हंसराज जी गुर्जर (यूनिवर्सल कॉलेज प्रिंसिपल) एवं शिवदयाल जी योगी (मीना सीमला सरपंच) द्वारा माँ सरस्वती के सामने दीप प्रज्वलित करके की गयी। ट्रस्ट अध्यक्ष श्री कृष्ण वल्लभ जी द्वारा माननीय अतिथिगणों को पुष्पमाला व साफा पहना कर सम्मान दिया। श्री चम्पालाल जी मालानी द्वारा सभी अतिथियों को सम्मान स्वरूप आश्रम के दुपट्टे एवं मेहंदीपुर बालाजी की मूर्ति भेंट की गई। कार्यक्रम में पुष्पमाला व कम्बल द्वारा सभी वृद्धजनों का तहे दिल से सम्मान किया। पूर्व प्रधान राजेन्द्र मीना द्वारा सभी को संबोधित करते हुए वृद्धजनों का हौसला बढ़ाया गया व आश्रम में 5 लाख धनराशि के सहयोग का आश्वासन दिया। मंत्री रामस्वरूप जी द्वारा संबोधन में आने वाली पीढ़ी को सेवाभाव संस्कारित करने की बात कही गयी। प्रिंसिपल हंसराम जी ने जीवन मे माता पिता की महत्वत्ता बताई व निरन्तरित सेवाभावी रहने की सीख दी। इसी के साथ कार्यक्रम में सक्षम संस्था के प्रदेश संगठन मंत्री कमल जी,भाजपा नेता सत्येंद्र कुमार,राष्ट्रीय कवि हाकिम सिंह,सेवाभावी लाखनसिंह जी,सीनियर नर्सिंग अधिकारी अनंत जी पारीक,पिंटू कुमार जी,मुकेशपुरी जी,रूपसिंह व अन्य सभी सामाजिक कार्यकर्ता मौजूद रहे। कार्यक्रम के अंत मे व्यवस्थापिका कनक मालानी ने सभी का आभार व्यक्त किया।